नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को जम्मू-कश्मीर के सोनमर्ग क्षेत्र में स्थित जेड मोड़ टनल का उद्घाटन किया। 2,700 करोड़ रुपए की लागत से निर्मित 6.5 किलोमीटर लंबी यह सुरंग कनेक्टिविटी को बढ़ाने और पूरे साल सोनमर्ग पर्यटक स्थल तक पहुँच सुनिश्चित करने की दिशा में एक बड़ा कदम है।

समुद्र तल से 8,650 फीट की ऊंचाई पर स्थित इस सुरंग को इंजीनियरिंग का एक चमत्कार माना जा रहा है। सुरंग में दो-लेन वाली द्वि-दिशात्मक सड़क और 7.5 मीटर चौड़ा आपातकालीन निकास मार्ग शामिल है। यह गगनगीर को सोनमर्ग से जोड़ते हुए भूस्खलन और हिमस्खलन के खतरों वाले क्षेत्रों को बायपास करती है। साथ ही यह लेह के लिए एक सुरक्षित और स्थायी मार्ग प्रदान करती है।

उद्घाटन के बाद पीएम मोदी ने उन सात श्रमिकों को याद किया। जिन्होंने पिछले साल अक्टूबर में सुरंग स्थल के पास आतंकी हमले में अपनी जान गंवाई थी। उन्होंने कहा कि मैं उन सभी भाइयों का आभार व्यक्त करता हूं। जिन्होंने कठिन परिस्थितियों में काम किया। साथ ही मैं उन साथियों को याद करता हूं। जिन्हें हमने खो दिया है। उनके बलिदान से ही यह कार्य पूरा हुआ है।

पीएम मोदी ने जेड-मोड़ सुरंग को देशव्यापी समारोहों से जोड़ते हुए कहा कि आज का दिन बेहद खास है। प्रयागराज में महाकुंभ मेला शुरू हो गया है पंजाब और उत्तर भारत लोहड़ी के उल्लास में सराबोर है। मकर संक्रांति, पोंगल जैसे त्योहारों के इस दिन, मैं पूरे देशवासियों को शुभकामनाएं देता हूं।

पीएम मोदी ने अपने पुराने दिनों को याद करते हुए जम्मू-कश्मीर के साथ अपने जुड़ाव पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि यहां आकर मुझे वे दिन याद आते हैं। जब मैं भाजपा कार्यकर्ता के रूप में काम करता था। इस क्षेत्र की सर्दियों के बावजूद यहां की गर्मजोशी और आतिथ्य अद्वितीय है।

पीएम मोदी ने कश्मीर घाटी में बुनियादी ढांचे के विकास के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई। उन्होंने कहा कि कश्मीर घाटी जल्द ही ट्रेन से जुड़ने वाली है और यह यहां के लोगों के लिए एक नई शुरुआत का संकेत है। उन्होंने क्षेत्र में कनेक्टिविटी बढ़ाने के लिए सरकार की अन्य परियोजनाओं का उल्लेख किया।

इस ऐतिहासिक मौके पर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला सहित कई प्रमुख नेता उपस्थित थे। प्रधानमंत्री ने फीता काटने के बाद सुरंग का दौरा किया और परियोजना अधिकारियों और श्रमिकों से बातचीत की।