पाकुड़। पाकुड़ जिले के गोपीनाथपुर गांव में बंगाल के उपद्रवियों ने हमला कर दिया। पत्थरबाजी, बमबाजी व फायरिंग में बंगाल सीमा में एक की मौत हो गयी है। फिलहाल गांव में नो एंट्री है. स्थिति नियंत्रण में बतायी जा रही है। पाकुड़ के मुफस्सिल थाना अंतर्गत गोपीनाथपुर गांव में दूसरे दिन भी दो पक्षों में झड़प होती रही। इस दौरान पश्चिम बंगाल की ओर से बड़ी संख्या में उपद्रवियों ने झारखंड सीमा पर प्रवेश कर पत्थरबाजी, बमबाजी व फायरिंग की। बंगाल सीमा में फायरिंग से एक की मौत हो गयी है।हमले के बाद से ही गोपीनाथपुर गांव के लोगों में भय का माहौल है। पुलिस-प्रशासन की तत्परता से कोई बड़ी घटना होने से बच गयी. पुलिस सोमवार से ही गांव में कैंप की हुई थी।हमले के बाद वरीय पदाधिकारी को इसकी सूचना दी गयी।इस दौरान पश्चिम बंगाल की सीमा से बड़ी संख्या में उपद्रवी गोपीनाथपुर गांव घुस आये और एक दो-घरों में आग लगा दी।कुछ घरों में तोड़फोड़ भी की। इसके बाद से स्थिति तनावपूर्ण हो गयी। पुलिस ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए हवाई फायरिंग की और नियंत्रित करने का प्रयास किया। इस दौरान पुलिस के जवान भी घायल हो गये।

 

गांव में किसी को भी प्रवेश की इजाजत नहीं

सूचना मिलते ही पाकुड़ के एसपी प्रभात कुमार, डीडीसी शाहिद अख्तर, एसडीओ प्रवीण केरकेट्टा, कार्यपालक दंडाधिकारी विकास त्रिवेदी, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी राहुल कुमार, डीएसपी जीतेंद्र कुमार सहित बड़ी संख्या में पुलिस बल मौके पर पहुंचे और लोगों को उपद्रव मचाने से रोकने का प्रयास किया। एसपी प्रभात कुमार खुद इलाके में कैंप कर स्थिति का अवलोकन कर रहे हैं। गांव में किसी को भी जाने नहीं की अनुमति नहीं है। सोमवार की रात भी एसपी ने मौजूद पुलिस पदाधिकारी को निर्देश दिया था कि रात में किसी भी तरह के अप्रिय घटना न हो और स्थिति को नियंत्रण में रखा जाये। हालांकि गांव में पुलिस की मौजूदगी होने के कारण स्थिति नियंत्रण में है। इधर, सूत्रों के अनुसार, पश्चिम बंगाल सीमा में रात में ही एक बैठक हुई थी, जिसमें गोपीनाथपुर गांव में हुई घटना को लेकर चर्चा की गई थी. सुबह करीब 10 बजे के बाद से पश्चिम बंगाल की सीमा की ओर से उपद्रवियों द्वारा पत्थरबाजी व बमबाजी की गयी।

 

बंगाल पुलिस व विधायक ने किया स्थिति को नियंत्रित करने का प्रयास
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, पश्चिम बंगाल सीमा में उपद्रवियों की ओर से की गयी गोलीबारी में बंगाल के कुछ युवकों के भी घायल होने की सूचना है। इनमें से एक युवक की गोली लगने के कारण मौत हो गयी। घटना की जानकारी मिलने के बाद पश्चिम बंगाल पुलिस भी मौके पर पहुंचकर लोगों को समझने का प्रयास कर रही है।वहीं स्थिति की गंभीरता को देखते हुए पश्चिम बंगाल के विधायक अमीरुल इस्लाम भी मौके पर पहुंचकर आक्रोशित लोगों को समझाने का प्रयास किया।

 

घटना को लेकर भाजपा नेता ने किया पोस्ट
गोपीनाथपुर गांव में सोमवार को प्रतिबंधित मांस काटने को लेकर शुरू हुए विवाद को लेकर भाजपा नेता बाबूलाल मरांडी ने सोशल साइट एक्स पर पोस्ट कर त्वरित कदम उठाने की मांग की थी। वहीं मंगलवार को भाजपा नेता अमर बाउरी ने भी पोस्ट कर स्थिति को तुरंत नियंत्रित करने और दोषियों पर कार्रवाई करने की मांग की है।

 

जिला प्रशासन की अपील
पाकुड़ के गोपीनाथपुर गांव में स्थिति तनावपूर्ण लेकिन नियंत्रण में है. जिला के शीर्ष पदाधिकारी कैंप किए हुए हैं और लगातार स्थिति पर नजर है। जिलावासियों से किसी प्रकार की अफवाहों पर ध्यान नहीं देने तथा भयभीत नहीं होने की अपील है। अगर किसी भी प्रकार की सूचना मिले तो जिला नियंत्रण कक्ष के नंबर 92629 98612 पर संपर्क स्थापित कर सकते है. जिला नियंत्रण कक्ष लगातार कार्यरत रहेगा।

 

क्या कहते हैं एसडीओ

पाकुड़ के एसडीओ प्रवीण केरकेट्टा ने कहा कि स्थिति तनावपूर्ण लेकिन नियंत्रण में है। गांव के लोग संयम बनाये हुए हैं।पश्चिम बंगाल की सीमा की ओर से लोग उपद्रव मचाने का प्रयास कर रहे हैं।पश्चिम बंगाल की पुलिस भी उन्हें मौके पर पहुंचकर रोकने का प्रयास कर रही है। सुबह में पश्चिम बंगाल के लोगों के द्वारा पत्थरबाजी, बमबाजी की गयी है. इसके बाद प्रशासन पूरी तरह से सतर्कता बरत रही है।

 

एसपी ने किया फायरिंग से इनकार
पाकुड़ के एसपी प्रभात कुमार ने कहा कि गोपीनाथपुर गांव में स्थिति नियंत्रण में है। बंगाल की सीमा से लगातार बमबाजी और पत्थरबाजी हो रही थी, जिसे नियंत्रित कर लिया गया है। गांव में स्थिति सामान्य होने तक पुलिस की मौजूदगी बनी रहेगी। पुलिस को ओर से किसी तरह की फायरिंग नहीं की गयी है. बंगाल सीमा में किसी की मौत की सूचना नहीं है।