बिलासपुर

अंचल में इन दिनों मौसम के तापमान में असाधारण उतार-चढ़ाव देखा जा रहा है। पिछले कुछ दिनों में तापमान की स्थिति ने शहरवासियों को चौंका दिया है। अचानक कभी 43 डिग्री सेल्सियस तो कभी लुढ़कर 37 डिग्री। शनिवार को भी यही हुआ। एक ओर सूर्य की तीखी धूप तो वहीं बंपर उमस। आमजन हलकान और परेशान नजर आए। कूलर-एसी से भी राहत नहीं थी।

गर्मी खटाखट बढ़ रही है। मौसम के आंकड़ों पर गौर करें तो जून का पहला पखवाड़ा काफी गर्म रहा। इस बीच दो बार झमाझम पानी भी गिरा। पहली खेप में आठ जून को 32 मिलीमीटर पानी बरसा। शहर लबालब हो गया। नालियां उफान पर थीं। निचले इलाकों में घुटनों तक पानी भर गया। वहीं 12 जून को 16 मिलीमीटर बरसात हुई।

मौसम विभाग ने इसे प्री मानसून बताया। यह भी स्पष्ट किया कि आने वाले दिनों में प्रचंड गर्मी का अहसास होगा। बिल्कुल यही हुआ। गर्मी का असर अभी भी बना हुआ है। हालांकि राहत की बात यह है कि 16 जून से आसमान में बादल दस्तक देंगे। मानसून निकट है। 17 जून से मानसूनी गतिविधियों में क्रमश: वृद्धि होगी। इधर शनिवार को एक बार फिर भीषण गर्मी का अहसास हुआ। दिन में घर से निकलना मुश्किल था। सड़कें तप रही थीं। पैदल चलना मुश्किल था। बाजार में दिनभर सन्नाटा पसरा रहा। गर्म हवाओं ने चमड़ी सेंक दिया।

प्री मानसून से राहत नहीं
मौसम में अप्रत्याशित उतार-चढ़ाव के बीच, बीच-बीच आठ और 12 जून को वर्षा भी दर्ज की गई है, लेकिन यह बारिश शहरवासियों को गर्मी से राहत दिलाने में नाकाम रही है। उमस और भी बढ़ गई है, जिससे लोग काफी परेशान हो रहे। मौजूदा मौसम ने लोगों की सेहत पर भी गहरा असर डाला है। उमस और गर्मी के कारण लोग थकान, डिहाइड्रेशन, सिरदर्द और चक्कर आने जैसी समस्याओं से जूझ रहे हैं। ऐसे में डाक्टरों का कहना है कि लोग अधिक से अधिक पानी पीएं और धूप से बचें।

कल से वर्षा की गतिविधियों में तेजी
मौसम वेधशाला के मौसम विज्ञानी डा.एचपी चंद्रा के मुताबिक प्रदेश में 16 जून को एक दो स्थानों पर हल्की वर्षा होने अथवा गरज-चमक के साथ छींटे पड़ने की संभावना है। एक दो स्थानों पर गरज-चमक के साथ अंधड़ चलने तथा वज्रपात होने की भी संभावना है। कल के बाद अधिकतम तापमान में मामूली गिरावट आ सकती है। 17 जून से प्रदेश में वर्षा की गतिविधि में वृद्धि होगी।

बारिश पूर्व निगम की प्लानिंग
शहर में मानसून की तैयारी भी जोरों पर है। नगर निगम ने बारिश के दौरान जलभराव की समस्या से निपटने के लिए विभिन्न क्षेत्रों में नालियों की सफाई और जलनिकासी की व्यवस्था शुरू कर दी है। इसके अलावा आपातकालीन सेवाओं को भी अलर्ट पर रखा गया है, ताकि किसी भी आपदा की स्थिति में तत्काल सहायता पहुंचाई जा सके।

मानसून का उठाएं आनंद शहर
वासियों के लिए यह समय विशेष ध्यान रखने का है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार सही देखभाल और सतर्कता से हम इस भीषण गर्मी से बच सकते हैं और मानसून का आनंद उठा सकते हैं। आने वाले दिनों में मौसम में सुधार की उम्मीद है, जिससे लोगों को राहत मिलेगी और जीवन सामान्य हो सकेगा। फिलहाल पहाड़ी क्षेत्र पेंड्रारोड में प्रतिदिन वर्षा हो रही है। शनि को शहर के आसपास गांव में भी पानी गिरा है।