रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच रूसी विदेश मंत्रालय ने ब्रिटेन को सख्त लहजे में चेतावनी दी है कि अगर मॉस्को पर उसके मिसाइल से हमले हुए तो रूस चुप नहीं बैठेगा और यूनाइटेड किंगडम (UK) पर पलटवार करेगा।

रूसी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया जखारोवा ने कहा है कि अगर यूक्रेन ने रूसी शहरों पर हमला करने के लिए ब्रिटिश हथियारों का इस्तेमाल किया तो मॉस्को ब्रिटिश ठिकानों पर जवाबी हमले की कार्रवाई करेगा। 

जखारोवा ने संवाददाताओं से कहा कि अगर हमारी चेतावनी के बाद भी ब्रिटेन नहीं संभलता है, तब मॉस्को भी यह भूल जाएगा कि वह यूक्रेन की सीमाओं के अंदर या बाहर के ब्रिटिश ठिकानों को निशाना बना रहा है।

इससे पहले भी इस महीने की शुरुआत में मॉस्को ने लंदन को इसी तरह की चेतावनी जारी की थी।

रूस की तब ऐसी प्रतिक्रिया ब्रिटिश विदेश मंत्री डेविड कैमरन के उस बयान पर आई थी, जिसमें कैमरन ने कहा था कि यूक्रेन को यह अधिकार है कि वह रूस के अंदरूनी ठिकानों को निशाना बनाने के लिए लंदन द्वारा उपलब्ध कराए गए हथियारों का इस्तेमाल कर सके।

इस बीच, रूस ने यूक्रेन पर हमले तेज कर दिए हैं और परमाणु अभ्यास भी शुरू कर दिया है। रूस ने यूक्रेन से सटे 13 क्षेत्रों में 25000 से ज्यादा सैनिकों को युद्धाभ्यास के लिए उतारा है। जिन क्षेत्रों में यह ऑपरेशन हो रहा है उनमें रोस्तोव, बेल्गोग्राद, कल्मीकिया, क्रासनोदर काई, अदीगिया और इंगुशेतिया शामिल हैं।

ये इलाके यूक्रेन से लेकर जॉर्जिया और लिथवानिया तक फैले हुए हैं। इसे देखते हुए ब्रिटेन ने अलर्ट जारी किया है और लोगों से सीमाई इलाकों में तीन दिनों का रसद जमाकर रखने को कहा है। अंतरराष्ट्रीय मीडिया की रिपोर्ट में कहा गया है कि ब्रिटिश उप प्रधानमंत्री ने ओलिवर डाउडन ने ये सलाह दी है।

माना जा रहा है कि रूसी राष्ट्रपति ने यूक्रेन के सीमाई इलाकों में 10 जगहों पर परमाणु बम तैनात कर दिये हैं।

रूसी रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, पिछले 24 घंटों में रूस ने यूक्रेन पर 56 ड्रोन से हमले किए हैं, जिनमें से 24 इंटरसेप्ट किए गए जबकि 32 ड्रोन ने सफलतापूर्वक निशाने साधे हैं। रूसी रक्षा मंत्रालय ने दावा किया है कि एक दिन के अंदर 1700 यूक्रेनी सैनिकों को मार गिराया गया है।

उधप, यूक्रेन के सशस्त्र बलों ने 10,000 किलोमीटर (6,200 मील) किलेबंदी का पुनर्निर्माण करने की योजना बनाई है।

यूक्रेन के पब्लिकेशन लीगा ने अपनी रिपोर्ट में यह जानकारी दी। रिपोर्ट के मुताबिक यूक्रेनी सैन्य कर्मियों ने संसाधनों के अकुशल उपयोग और पहले से निर्मित निम्न-गुणवत्ता वाले किलेबंदी के तत्काल पुनर्निर्माण की आवश्यकता के बारे में शिकायत की और वे किलेबंदी का पुनर्निर्माण करना चाहते हैं।

बता दें कि रूस 24 फरवरी 2022 से यूक्रेन में एक विशेष सैन्य अभियान चला रहा है। रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने कहा है कि इस अभियान का उद्देश्य आठ वर्षों तक कीव शासन द्वारा नरसंहार के शिकार लोगों की रक्षा करना है।

इसके अलावा अभियान का अंतिम लक्ष्य डोनबास को आजाद कराना और ऐसी स्थितियां निर्मित करनी है जो रूस की सुरक्षा की गारंटी देती हैं। यूक्रेन को हथियारों की आपूर्ति के परिप्रेक्ष्य में रूस ने पहले नाटो को एक नोट भेजा था।

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