पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के सफेद बालों वाला एक वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है।

इस वीडियो में अधिक उम्रदराज़ दिख रहे हैं। इसमें वह दो अन्य व्यक्तियों के साथ एक कुर्सी पर बैठे हुए हैं।

अपने काले और स्टाइलिश बालों के लिए मशहूर इमरान खान पहचान में नहीं आ रहे हैं। कई लोगों ने तो यहां तक पूछा है कि क्या ये इमरान खान ही हैं?

बुधवार को इनकॉग्निटो नाम के एक एक्स यूजर ने वीडियो क्लिप जारी किया है। यह जल्दी ही सोशल मीडिया में वायरल हो गया। इसे 1600 से अधिक लोगों ने शेयर किया है।

वहीं, कम समय में 10 हजार से अधिक लाइक्स मिल चुके हैं। वीडियो क्लिप के साथ कैप्शन में लिखा है, “पाकिस्तान के पूर्व पीएम इमरान खान बिना मेकअप और हेयर डाई के।”

न्यूज इंटरनेशनल अखबार ने सूत्रों के हवालों से बताया कि तस्वीर लीक होने पर उच्चतम न्यायालय ने आपत्ति जताई है जिसके बाद प्रशासन ने पूरे प्रकरण की जांच शुरू कर दी है। आपको बता दें कि लाइव हिन्दुस्तान इस वायरल वीडियो की पुष्टि नहीं करता है।

एक यूजर ने आश्चर्य व्यक्त करते हुए सवाल किया कि क्या वीडियो में दिख रहा व्यक्ति वास्तव में पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) नेता है।

उन्होंने लिखा, “सचमुच, यह इमरान खान हैं?” एक दूसरे यूजर ने लिखा, “क्या आप उम्मीद करते हैं कि 71 साल का व्यक्ति कैल्विन क्लेन मॉडल जैसा दिखे?” 

एक अन्य यूजर ने क्लिप को फर्जी और एआई-जनरेटेड बताकर खारिज कर दिया। उन्होंने जोर देकर कहा, “एआई-जनरेटेड वीडियो से लोगों को बेवकूफ बनाना बंद करो।”

आपको बता दें कि भ्रष्टाचार विरोधी कानूनों में बदलाव के एक मामले में इमरान खान गुरुवार को एक वीडियो लिंक के माध्यम से देश के सर्वोच्च न्यायालय के सामने पेश हुए।

लेकिन वायरल वीडियो में पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के संस्थापक की एक लीक हुई क्लिप में उन्हें काले बालों के साथ अदालत की सुनवाई में भाग लेते हुए दिखाती है।

ऑनलाइन माध्यम से इमरान खान की पेशी तब संभव हुई जब प्रधान न्यायाधीश काजी फैज ईसा ने मंगलवार को पिछली सरकार द्वारा राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (एनएबी) कानूनों में किए गए बदलावों को रद्द करने के खिलाफ सरकार की अपील पर सुनवाई करते हुए अधिकारियों को खान को अपना पक्ष रखने के लिए पेश करने का आदेश दिया था।

इमरान खान ने एनएबी कानूनों में बदलाव को चुनौती दी थी और शीर्ष अदालत ने पिछले साल सितंबर में उनकी याचिका स्वीकार कर ली थी, जिसने खान के कट्टर प्रतिद्वंद्वी पीएमएल-एन सुप्रीमो नवाज शरीफ सहित कुछ प्रमुख नेताओं के खिलाफ कथित भ्रष्टाचार के दर्जनों मामले फिर से खोल दिए थे।

खान मामले में वीडियो लिंक के माध्यम से एक याचिकाकर्ता के रूप में पेश हुए, लेकिन सुनवाई की मौजूदा परंपरा के अनुसार सीधा प्रसारण नहीं किया गया।

यहां तक कि मामले की पिछली कार्यवाही का भी उच्चतम न्यायालय ने सीधा प्रसारण किया था, लेकिन बृहस्पतिवार को ऐसा नहीं हुआ।