भारतीय-अमेरिकी रिपब्लिकन नेता विवेक रामास्वामी को तब बुरी स्थिति का सामना करना पड़ा, जब अमेरिकी लेखिका एन कूल्टर ने उनके ही पॉडकास्ट प्रोग्राम में दो टूक कह दिया कि अगर वह अमेरिकी राष्ट्रपति चुनावों में उम्मीदवार होते, तो वह उन्हें वोट नहीं करतीं क्योंकि वह एक ‘भारतीय’ हैं।

रामास्वामी ने इस घटना का जिक्र माइक्रोब्लॉगिंग वेबसाइट एक्स पर एक पोस्ट में किया है। एक्स पर रामास्वामी ने लिखा है कि वह कूल्टर का सम्मान करते हैं क्योंकि उनमें अपनी बात कहने की हिम्मत है। 

उन्होंने लिखा, “एन कूल्टर ने मेरे मुंह पर साफ-साफ कहा कि वह मुझे वोट नहीं दे सकतीं ‘क्योंकि मैं एक भारतीय हूं। भले ही वह अन्य उम्मीदवारों की तुलना में मुझसे अधिक सहमत हों।

मैं उनसे असहमत हूं लेकिन उनका सम्मान करता हूं कि उनमें अपनी बात कहने की हिम्मत है। वह एक घंटा बहुत ही रोमांचक था। ट्रुथ पॉडकास्ट वापस आ गया है।”

पॉडकास्ट की शुरुआत से ही कूल्टर ने रामास्वामी पर कटाक्ष करना शुरू कर दिया था। रामास्वामी ने लिखा है कि दोनों के बीच डिस्कशन बहुत ही रोमांचक रहा। उन्होंने मुझे चैलेंज दिया और मैंने उन्हें चैलेंज दिया।

38 साल के रामास्वामी का जन्म सिनसिनाटी में हुआ था। वह भारतीय प्रवासी दंपति की संतान हैं। रामास्वामी ने अमेरिकी राष्ट्रपति पद के लिए इस साल रिपब्लिकन पार्टी की ओर से उम्मीदवारी हासिल करने की कोशिश की थी लेकिन जनवरी में आयोवा में हुए मतदान में चौथे स्थान पर रहने के साथ वह इस दौड़ से बाहर हो गये थे। इसके बाद अंततः उन्हें डोनाल्ड ट्रम्प की उम्मीदवारी का समर्थन करना पड़ा था।