जेपी ग्रुप की कंपनी- जयप्रकाश एसोसिएट्स लिमिटेड (जेएएल) के कर्ज का अधिग्रहण नेशनल एसेट रिकंस्ट्रक्शन कंपनी लिमिटेड (NARCL) कर सकती है।

इसके लिए NARCL ने एक बाध्यकारी बोली जमा की है। बैंकिंग अधिकारियों के मुताबिक NARCL ने मंगलवार, 2 अप्रैल को बैंकों को अपना प्रस्ताव प्रस्तुत किया और लगभग ₹10,000 करोड़ में जयप्रकाश एसोसिएट्स के बकाया ऋण का अधिग्रहण करने का प्रस्ताव रखा है। उम्मीद है कि इस महीने के अंत तक ही कुछ फैसला हो जाएगा।

कितना है कर्ज

मार्च 2024 तक जयप्रकाश एसोसिएट्स पर ब्याज सहित ₹28870 करोड़ का बकाया कर्ज था। CNBC-TV18 से बात करने वाले एक अधिकारी के मुताबिक इसमें से लगभग ₹19,000 करोड़ मूल बकाया है, और बाकि ब्याज है।

2018 में दिवाला याचिका

CNBC-TV18 की रिपोर्ट के मुताबिक बैंकों ने पहले अपने कर्ज के री-स्ट्रक्चरिंग के लिए जयप्रकाश एसोसिएट्स लिमिटेड के साथ किसी भी समझौते को खारिज कर दिया था।

आपको बता दें कि रिजर्व बैंक के निर्देश के तहत जयप्रकाश एसोसिएट्स के प्रमुख बैंकर ICICI बैंक ने साल 2018 में नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल में कंपनी के खिलाफ दिवाला याचिका दायर की थी।

इसके बाद साल 2022 में भारतीय स्टेट बैंक ने भी ट्रिब्यूनल का रुख किया। हालांकि, अदालत ने अभी तक इस मामले पर फैसला नहीं सुनाया है।

रिजर्व बैंक की मंजूरी है जरूरी

सूत्रों के अनुसार केंद्रीय रिजर्व बैंक ने पहले बैंकों को NCLT के जरिए जयप्रकाश एसोसिएट्स के लोन को रिजॉल्व करने का निर्देश दिया था।

ऐसे में बैंकों को NARCL के प्रस्ताव को स्वीकार करने के लिए रिजर्व बैंक की मंजूरी की जरूरत पड़ सकती है। बता दें कि ICICI बैंक, भारतीय स्टेट बैंक और आईडीबीआई बैंक उन 22 लेंडर्स में से हैं जिनका जयप्रकाश एसोसिएट्स में निवेश है।

शेयर में तूफानी तेजी

सप्ताह के चौथे कारोबारी दिन गुरुवार को जयप्रकाश एसोसिएट्स के शेयर पर निवेशक टूट पड़े। कारोबार के अंत में यह शेयर 20.85 रुपये पर बंद हुआ।

एक दिन पहले के मुकाबले 4.98% चढ़कर बंद हुआ। एक दिन पहले शेयर की क्लोजिंग 19.86 रुपये की थी। यह शेयर 12 फरवरी को 27.17 रुपये तक पहुंचा था। यह इस शेयर के 52 हफ्ते का हाई लेवल भी है।