ताइवान की राजधानी ताइपे में बुधवार की सुबह भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए।

इसके बाद सुनामी का खतरा मंडराने लगा है। देश के केंद्रीय मौसम प्रशासन ने कहा कि 7.2 तीव्रता से धरती हिली है।

न्यूज एजेंसी रॉयटर्स ने एक प्रत्यक्षदर्शी के हवाले से कहा है कि तेज भूकंप के कारण शहर के कई हिस्सों में बिजली गुल हो गई। भूकंप आने के तुरंत बाद जापान में सुनामी की चेतावनी जारी कर दी गई।

अभी तक यह स्पष्ट नहीं है कि भूकंप से ताइवान में कोई नुकसान हुआ है या जानमाल का नुकसान हुआ है। जापान की मौसम विज्ञान एजेंसी ने 3 मीटर (9.8 फीट) तक की सुनामी की भविष्यवाणी की है।

तीव्र भूकंप के बाद सुनामी की चेतावनी जारी होने के तुरंत बाद ओकिनावा के दक्षिणी प्रान्त के पास के तटीय क्षेत्रों के लिए एक एडवाइजरी भी जारी की गई है।

भूकंप के कारण ताइवान के पूर्वी शहर हुलिएन में इमारतों की नींव हिल गई है। ट्रेन सेवा निलंबित कर दी गई। ताइपे में मेट्रो सेवा भी बंद कर दी गई है। भूकंप सुबह 7:58 बजे राजधानी से द्वीप के दूसरी ओर आया, लेकिन इतना शक्तिशाली था कि शहर में अलमारियों से सामान गिर गया।

आपको बता दें कि ताइवान में हाल के कुछ वर्षों में यह सबसे शक्तिशाली भूकंप है। यूएस जियोलॉजिकल सर्वे के अनुसार, भूकंप बुधवार को स्थानीय समयानुसार सुबह 7:58 बजे आया। इसकी तीव्रता 7.4 मापी गई। इसका केंद्र द्वीप के पूर्व में हुलिएन शहर से 18 किलोमीटर दूर स्थित था। ताइवान के केंद्रीय मौसम प्रशासन ने रिक्टर पैमाने पर घटना की तीव्रता 7.2 आंकी है।

ताइवान के मौसम अधिकारियों ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि यह 1999 के बाद से यह सबसे बड़ी भूकंपीय घटना है।

भूकंप आने के करीब एक घंटे बाद बुधवार को बाजार खुलने पर ताइवान का ताइएक्स इंडेक्स 0.4% गिर गया। स्थानीय डॉलर ग्रीनबैक के मुकाबले 0.1% अधिक कारोबार कर रहा है।

हुलिएन ने घटना के मद्देनजर बुधवार को कार्यालयों और स्कूलों को बंद करने की घोषणा की है। वहीं, चीन और ताइवान के कुछ तटों पर 1 से 3 मीटर तक ऊंची सुनामी लहरें संभव हैं।

चीनी सोशल प्लेटफॉर्म वीबो पर लोगों ने कहा कि उन्होंने शंघाई और गुआंगडोंग सहित पूरे चीन में भूकंप महसूस किया।