लोकसभा चुनाव से पहले ओडिशा राज्य से बीजेपी और बीजेडी में अलायंस पर जल्द ही मुहर लग सकती है। दोनों दलों के नेताओं का कहना है कि राज्य विधानसभा और लोकसभा के आगामी चुनावों के लिए भाजपा और बीजेडी के बीच सीट-बंटवारे पर बातचीत लगभग पूरी हो गई है, बस मुहर लगना बाकी है।

सूत्रों का कहना है कि लोकसभा सीटों के लिए तो दोनों दलों में सीटें तय हैं लेकिन, विधानसभा सीटों को लेकर सहमति अभी नहीं बन पा रही है।

अब खबरें हैं कि मुख्यमंत्री नवीन पटनायक और शीर्ष भाजपा नेतृत्व के बीच गुरुवार को यह गतिरोध भी सुलझ सकता है।

बीजेपी और बीजेडी दोनों दलों के बीच 147 विधानसभा और लोकसभा की 21 सीटों के लिए सीट-बंटवारे पर एक सप्ताह से अधिक समय से विचार-विमर्श चल रहा है।

जहां तक ​​​​विधानसभा चुनावों का सवाल है, कोई आम सहमति नहीं बन पाई है। मामले से अवगत लोगों का कहना है कि राज्य भाजपा टीम में ओडिशा इकाई के अध्यक्ष मनमोहन सामल, राज्य इकाई प्रभारी विजयपाल सिंह तोमर ने बुधवार शाम नई दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की, जिसमें विधानसभा की सभी 147 सीटों और 21 लोकसभा सीटों पर पार्टी की संभावनाओं के बारे में चर्चा की गई।

लोकसभा में सीट फॉर्मूला तय, विधानसभा पर सहमति बाकी
दोनों दलों के नेताओं का कहना है कि लोकसभा चुनाव के लिए सीटों का बंटवारा कमोबेश सुलझ गया है, जिसमें भाजपा को 14 और बीजद को 7 सीटें मिलेंगी।

लेकिन विधानसभा सीटों पर दोनों पार्टियां सहमत नहीं हो पा रही हैं। सूत्रों का कहना है कि बीजेडी 147 सीटों में से 35 से ज्यादा सीटें देने को तैयार नहीं है, जबकि बीजेपी कम से कम 50 सीटों की मांग कर रही है।

हालांकि बीजेपी की राज्य इकाई ने शुरुआत में गठबंधन के प्रस्ताव को खारिज कर दिया था, लेकिन ऐसा लगता है केंद्रीय नेतृत्व से मुलाकात के बाद गठबंधन के प्रस्ताव पर सहमति बन सकती है।

पीएम मोदी ले सकते हैं अंतिम फैसला
मामले के जानकार बीजेपी नेताओं ने कहा है कि पीएम मोदी गुरुवार को गठबंधन पर अंतिम फैसला ले सकते हैं क्योंकि उन्होंने एनडीए के विस्तार का विचार रखा है।

14 मार्च (गुरुवार) को एनडीए भव्य रात्रिभोज का आयोजन कर सकता है। जिसमें शीर्ष भाजपा नेताओं के साथ सीट-बंटवारे पर चर्चा करने के लिए नवीन पटनायक के दिल्ली जाने की संभावना है।

उधर, बीजेडी नेताओं ने कहा कि पटनायक ने गुरुवार को नवीन निवास में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की बैठक बुलाई है, जिसके बाद उनके दिल्ली जाने की संभावना है।

बीजद के एक नेता ने कहा कि मुख्यमंत्री इस बात पर पार्टी नेताओं की राय ले सकते हैं कि पार्टी भाजपा को कितनी विधानसभा सीटें दे।