पाकिस्तान में लंबी जद्दोजहद के बाद पाकिस्तान मुस्लिम लीग-एन के नेता शहबाज शरीफ ने प्रधानमंत्री पद संभाल लिया है।

सोमवार को राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने शहबाज शरीफ को सेना और आईएसआई के बड़े अफसरों के सामने पद की शपथ दिलाई।

पाकिस्तान के 24वें पीएम का पद संभालते ही शहबाज शरीफ ने इमरान खान के खिलाफ बड़े ऐक्शन की तैयारी कर ली है। इस ऐक्शन की पूरी फिल्डिंग बिलावल भुट्टो ने की है।

बिलावल ने शहबाज से मांग की है कि वे मई में हुई घटना की न्यायिक जांच का आदेश दें, जिसकी अध्यक्षता स्वयं खुद चीफ जस्टिस ऑफ पाकिस्तान करें।

इससे पहले नवनिर्वाचित प्रधान मंत्री शहबाज शरीफ के शपथ ग्रहण के बाद, उन्हें प्रधान मंत्री आवास पर सशस्त्र बलों द्वारा गार्ड ऑफ ऑनर प्रस्तुत किया गया।

बता दें कि रविवार को पीएम पद की वोटिंग के लिए पाकिस्तान नेशनल असेंबली में शहबाज शरीफ के पक्ष में 201 वोट पड़े थे, जबकि उनके प्रतिद्वंद्वी उम्मीदवार उमर अयूब खान को 92 वोट मिले थे।

बिलावल ने इमरान के खिलाफ की फिल्डिंग
पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो जरदारी ने प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ से 9 मई की घटनाओं की जांच के लिए न्यायिक आयोग बनाने की मांग की है ताकि दोषियों को सजा मिल सके और निर्दोषों को रिहा किया जा सके।

नेशनल असेंबली को संबोधित करते हुए बिलावल भुट्टो ने कहा कि सरकार को मुख्य न्यायाधीश काजी फैज ईसा से अनुरोध करना चाहिए कि वह अपने नेतृत्व में एक न्यायिक आयोग का गठन करें ताकि दूध का दूध और पानी का पानी हो सके।

लेकिन आपको (तहरीक-ए-इंसाफ) यह आश्वासन देना होगा कि आप न्यायिक आयोग के फैसले को स्वीकार करेंगे।

बिलावल भुट्टो ने कहा कि खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री ने 9 मई की घटनाओं की जांच की मांग की है और पीपुल्स पार्टी इसकी पुष्टि करती है और न्यायिक आयोग की मांग करती है। बिलावल ने आगे कहा कि ऐसा नहीं हो सकता कि कोई शहीदों और उनके स्मारकों पर हमला करे और फिर भाग जाए और इस मामले में जिम्मेदार पक्षों की पहचान की जानी चाहिए।

बिलावल किस घटना की बात कर रहे हैं?
बिलावल भुट्टो 9 मई को इलाहाबाद समेत कई शहरों में हुई आगजनी और उपद्रव की घटना की बात कर रहे थे। जब इमरान खान को अल कादिर ट्रस्ट से जुड़े भ्रष्टाचार के मामले में इलाहबाद हाई कोर्ट के सामने पेश किया जाना था।

लेकिन, कोर्ट ले जाने से पहले ही सेना और पाक रेंजर्स ने इमरान खान को गिरफ्तार कर दिया था। इससे इमरान के समर्थक बेकाबू हो गए और उन्हें पूरे शहर में तोड़फोड़ की।

इमरान खान के समर्थकों ने पीएम आवास के साथ-साथ आर्मी हेडक्वार्टर, कई सैन्य अफसरों के घरों को तोड़ डाला। वाहनों को आग के हवाले कर दिया। सेना ने तब ऐसी घटना को सैन्य अपराध माना था।

पीटीआई ने बिलावल को आड़े हाथों लिया
उधर, बिलावल की मांग पर पीटीआई के अध्यक्ष बैरिस्टर गोहर अली खान ने बिलावल भुट्टो की कड़ी आलोचना की है। अली खान ने कहा कि उन्होंने अपने दादा की राजनीति को दफन कर दिया, नाम में भुट्टो जोड़ने से कोई भुट्टो नहीं बन जाता।

पीटीआई के अध्यक्ष बैरिस्टर गौहर अली खान का कहना है कि सिफर एक धोखा है, साजिश के तहत सरकार गिराने वाले लोगों पर मुकदमा चलना चाहिए न कि इमरान खान पर।

उन्होंने विपक्ष की आलोचना की और आरोप लगाया कि वे एक-दूसरे के साथ पद साझा करते हैं और उनका लोकतंत्र से कोई लेना-देना नहीं है। ये स्वार्थी लोग हैं, लोकतांत्रिक नहीं।