किसान आंदोलन के दौरान खनौरी बॉर्डर पर मारे गए शुभकरण सिंह के परिवार को एक करोड़ रुपये का मुआवजा मिलेगा।

यह राशि पंजाब की आम आदमी पार्टी सरकार ने देने का ऐलान किया है। शुक्रवार को सीएम भगवंत मान ने ट्वीट कर इस फैसले की जानकारी दी।

उन्होंने यह भी बताया कि छोटी बहन को सरकारी नौकरी भी दी जाएगी। भगवंत मान ने ट्वीट किया, ‘खनौरी बॉर्डर पर किसान आंदोलन के दौरान शहीद हुए शुभकरण सिंह के परिवार को पंजाब सरकार की ओर से 1 करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता और उनकी छोटी बहन को सरकारी नौकरी दी जाएगी। 

दोषियों के खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई की जाएगी। फर्ज निभा रहे हैं।’

शुभकरण सिंह इससे पहले 2020-21 में भी हुए किसान आंदोलन में शामिल हुए थे, तब उनकी उम्र महज 17 या 18 साल थी। हालिया किसान आंदोलन में शुभकरण सिंह पहले व्यक्ति हैं, जिनकी मौत हुई है।

डॉक्टरों का कहना है कि शुभकरण सिंह की मौत गोली लगने से हुई है, लेकिन उनके सिर पर कौन सी गोली लगी है।

इसकी जानकारी पोस्टमार्टम रिपोर्ट से ही मिल पाएगी। किसानों और सरकार के बीच चल रही वार्ता पर भी इस बीच कोई फैसला नहीं हो सका है।

वहीं किसान नेताओं ने फिर से दिल्ली कूच का ऐलान कर दिया है। 23 फरवरी को देश भर में ब्लैक फ्राइडे किसान संगठन मना रहे हैं।

फिलहाल सरकार ने किसान आंदोलनकारियों के सामने 5वें दौर की बातचीत का प्रस्ताव रखा है, लेकिन अब तक उसे लेकर कोई फैसला नहीं हो सका है।

संयुक्त किसान मोर्चा ने तो 26 फरवरी को देश भर में ट्रैक्टर मार्च निकालने का भी ऐलान किया है।

माना जा रहा है कि शुभकरण सिंह की मौत के बाद किसान उग्र रवैया अख्तियार कर सकते हैं। बता दें कि शुभकरण सिंह की मौत पर पंजाब में राजनीति भी तेज हो गई है।

अकाली दल ने आरोप लगाया है कि पंजाब सरकार की लापरवाही के चलते ही शुभकरण सिंह की मौत हुई है।

अकाली दल ने कहा कि आखिर हरियाणा पुलिस के ड्रोन पंजाब की सीमा में घुसकर कैसे किसानों पर अटैक कर रहे हैं। उनके खिलाफ पंजाब पुलिस को ऐक्शन लेना चाहिए।