देव से महादेव संस्था के संस्थापक आकाश विजयवर्गीय संग 2 हजार से अधिक लोगों ने किया जाप

4 प्रकार की इच्छाओं से मुक्त होकर मानव शिव स्वरूप बन सकता है, स्वस्थ शरीर और समृद्ध जीवन के लिए ओम नम: शिवाय का जाप रामबाण औषधी – आकाश विजयवर्गीय

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इंदौर। देव से महादेव वेलफेयर सोसाइटी के द्वारा रविवार 8 दिसंबर को ओम नम: शिवाय के जाप का आयोजन किया गया। परदेसीपुरा स्थित कनकेश्वरी माता मंदिर में आयोजित इस धार्मिक समागम में 2 हजार से ज्यादा धर्मप्रेमी जनता ने भाग लिया और श्रद्धापूर्वक ओम नम: शिवाय का जाप किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पूर्व विधायक श्री आकाशजी विजयवर्गीय ने कहा कि ओम नम: शिवाय के जाप से शांति और समृद्धि मिलती है इसलिए अब हर सप्ताह किसी सिद्ध स्थान पर ओम नम:शिवाय के जाप का आयोजन किया जाएगा।

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जीवन को दुखों से मुक्त करने का मिशन

इस अवसर पर उपस्थित जनसमुदाय को संबोधित करते हुए श्री आकाश विजयवर्गीय ने कहा कि देव से महादेव संस्था ने मिशन अनासक्त का प्रारंभ किया है और इसके तहत सुख, शांति, समृद्धि के लिए ओम नम: शिवाय के जाप किए जा रहे हैं। इसलिए हर व्यक्ति को इस आयोजन के लिए कुछ समय अवश्य निकालना चाहिए। शिवपुराण में कर्म से भोग और भोग से वैराग्य की उत्पत्ति का वर्णान किया गया है। यदि व्यक्ति वैराग्य की अवस्था को प्राप्त कर लेता है तो हर हाल में खुश रहता है और अपने जीवन से संतुष्ट रहता है। वैराग्य से मानव जीवन में अनासक्ति की प्राप्ति हो जाती है। महादेव और मानव में प्रमुख अंतर इच्छाओं का है। शिव इच्छाओं से मुक्त है और हम इच्छाओं से युक्त हैं। शास्त्रों में 4 प्रकार की इच्छाओं का वर्णन किया गया है। पुत्र की इच्छा, नाम कमाने की इच्छा, धन कमाने की इच्छा और जीवन जीने की इच्छा। इन चारों प्रकार की इच्छाओं से मुक्त होने पर मानव शिव स्वरूप बन जाता है। त्याग से ही जीवन से सब कुछ प्राप्त किया जा सकता है। ऐसा कहा जाता है कि मंत्र जाप के लिए गुरु की आवश्यकता होती है, लेकिन ओम नम: शिवाय के जाप के लिए आप महादेव को अपना गुरु मानकर जाप का प्रारंभ कर सकते हैं।

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त्याग की भावना से मिलती है जीवन में शांति

उन्होंने कहा कि आजकल की भागदौड़ भरी जिदगी में मानव दुखों के जंजाल में उलझ कर रह जाता है और इन सांसरिक दुखों से मुक्ति का सर्वोत्तम उपाय ओम नम: शिवाय के जाप हैं। हमें जीवन में सुख, समृद्धि और शांति के लिए मुख्य रूप से 3 बातों पर ध्यान देना चाहिए। सुख हमें शरीर से प्राप्त होता है और स्वस्थ शरीर से मानव सुखों को भोग सकता है। समृद्धि कर्म से मिलती है और देश, काल, परिस्थिति के अनुसार सदकर्म करते हम समृद्धि को प्राप्त कर सकते हैं। शांति हमें परिवार से मिलती है और परिवार के लिए त्याग की भावना रखकर हम शांति को प्राप्त कर सकते हैं। इसका सबसे अच्छा उदाहरण महादेव हैं, जिन्होंने अमृत मंथन से निकले विष को ग्रहण किया और अमृत का वितरण कर दिया। इसा तरह हम घर-परिवार के लिए यदि त्याग करेंगे तो हमें शांति स्वत: ही मिल जाएगी।

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दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का प्रारंभ

कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलित कर किया गया। कार्यक्रम में विधानसभा क्षेत्र 2 के समस्त देव से महादेव संस्था के पदाधिकारी, पार्षद गण, मंडल एवं वार्ड के पदाधिकारी गण एवं बड़ी संख्या में भक्त जन मौजूद थे।
गौरतलब है कि संस्था देव से महादेव वेलफेयर सोसाइटी प्रत्येक रविवार को इंदौर शहर के अलग-अलग प्राचीन मंदिरों में जाकर सामूहिक ओम नमः शिवाय का जाप करती है, इसी कड़ी में आज परदेशीपुरा स्थित कनकेश्वर देवी मंदिर पर जाप का आयोजन किया गया।