शहीद रामाधीन गोंड़ की प्रतिमा के लिए 10 लाख रूपए की घोषणा
प्रदेश के खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री दयालदास बघेल आज जिला मुख्यालय राजनांदगांव में स्वतंत्रता संग्राम सेनानी शहीद वीर रामाधीन गोंड़ शहादत दिवस कार्यक्रम में शामिल हुए।
कार्यक्रम का आयोजन आदिवासी गोंड़ महासभा एवं अखिल भारतीय विकास परषिद् के तत्वाधान् में किया गया।
खाद्य मंत्री ने शहीद वीर रामाधीन गोंड़ को नमन करते हुए विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि शहीद रामाधान गोंड़ ने अन्याय के खिलाफ संघर्ष, मातृभूमि के प्रति संमर्पण और बलिदान के लिए कार्य किया।
उनके इस योगदान को हमेशा याद किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि वर्षों पहले राजनांदगांव नगर पालिक निगम क्षेत्र में एक मार्ग को शहीद रामाधीन के नाम पर रखा गया है।
उन्होंने कहा कि आदिवासी समाज एक बड़ा संगठित समाज है और समाज सेवा के क्षेत्र में बेहतर कार्य कर रहा है। उन्होंने कार्यक्रम के आयोजन के लिए समाज के पदाधिकारियों अपनी बधाई एवं शुभकामनाएं दी।
मंत्री बघेल ने समाज की मांग पर शहीद वीर रामाधीन की प्रतिमा निर्माण के लिए 10 लाख रूपए की घोषणा की। इस अवसर पर जिलाध्यक्ष नीलकंठ गढ़े और बड़ी संख्या में गोंड़ समाज के पदाधिकारी उपस्थित थे।
उल्लेखनीय है कि शहीद रामाधीन गोंड़ का जन्म 2 जुलाई 1920 को राजनांदगांव जिले के खुज्जी क्षेत्र के गांव बादरा टोला में हुआ था। शहीद वीर रामाधीन जंगल सत्याग्रह आंदोलन में लगातार भाग लेते थे।
वे 21 जनवरी 1939 को शहीद हो गए। उनकी स्मृति में ग्राम बादरा टोला में प्रतिमा और सांस्कृतिक भवन का निर्माण किया गया है।