देशभर में एक के बाद एक वंदे भारत ट्रेनें लॉन्च हो रही हैं।
अब तक लगभग सभी राज्यों में वंदे भारत दौड़ रही हैं। इस साल भारतीय रेलवे 60 नई वंदे भारत लॉन्च करने की तैयारी में है। अब जल्द ही एक और खुशखबरी आने वाली है।
दरअसल, देश में वंदे मेट्रो ट्रेनें शुरू होने जा रही हैं। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने वंदे मेट्रो ट्रेन की लॉन्चिंग के बारे में केंद्रीय बजट 2023-24 में ऐलान किया था।
अब कुछ ही समय में ये ट्रेनें हकीकत बनने जा रही हैं। इस समय चेन्नई स्थित इंटीग्रल कोच फैक्ट्री (ICF) में वंदे मेट्रो ट्रेनों को तैयार किया जा रहा है।
बता दें कि वंदे मेट्रो ट्रेन वंदे भारत ट्रेन जैसी ही होंगी। हालांकि, वंदे मेट्रो उनकी मिनी वर्जन होंगी। यह भी वंदे भारत की तरह ही पूरी तरह से भारत में बनी ट्रेन है।
‘ईटी नाऊ’ की रिपोर्ट के अनुसार, पिछले साल वंदे मेट्रो का प्रोडक्शन और डिजाइन तैयार कर लिया गया था। यह ट्रेनें धीरे-धीरे तरीके से उपनगरीय ट्रेनों की जगह लेंगी।
भारतीय रेलवे वंदे मेट्रो ट्रेनों की शुरुआत मार्च के आखिरी तक कर सकती है। 75वें गणतंत्र दिवस के मौके पर इंटीग्रल कोच फैक्ट्री के जनरल मैनेजर बीजी माल्या ने इसकी पुष्टि की थी।
उन्होंने कहा था कि आईसीएफ इस साल के मार्च तक वंदे मेट्रो ट्रेनों को लॉन्च करने की तैयारी कर रहा है।
कुछ महीने पहले ही बीजी माल्या ने बताया था कि वंदे मेट्रो ट्रेनों को 300 किलोमीटर के सफर तक के लिए तैयार किया जा रहा है।
यह एक तरह से मेनलाइन ईएमयू ट्रेनों कर रिप्लेसमेंट होंगी। इन्हें 250-300 किलोमीटर की दूरी तक चलाया जा सकेगा। इन ट्रेनों में कई नए फीचर्स होंगे, जो आज के समय के लिए बहुत जरूरी हैं और पुरानी पैसेंजर ट्रेनों में नहीं मिलते हैं।
इसके अलावा, वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन के जैसे ही इसके फीचर्स होंगे। बीजी माल्या ने कहा था कि इसमें बड़ा बदलाव यह होगा कि जैसे वंदे भारत में चेयर कार होती हैं और उसमें यात्रियों के खड़े होने की जगह नहीं होती है, लेकिन वंदे मेट्रो ट्रेनों में होंगी।
हर कोच में लगभग 100 यात्रियों के बैठने की सीटें होंगी, जबकि लगभग 200 यात्री खड़े भी हो सकेंगे। यह ट्रेन लगभग 130 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से दौड़ सकेगी।
पूरी ट्रेन एयर कंडीशंड होगी। इसमें सीसीटीवी कैमरे, पीआईएस सिस्टम और एलसीडी डिस्प्ले भी लगे होंगे।