रायपुर एम्स में इलेक्ट्रीशियन पद पर ठेकेदारी करने वाले से 10 लाख की ठगी की गई है। ट्रेलीग्राम एप के माध्यम से प्रोडक्ट खरीदने पर कमीशन और घर बैठे जाब का आफर देकर ठगी को अंजाम दिया गया। प्रार्थी ने पत्नी के दो लाख के जेवर के अलावा रिश्तेदारों ने रकम उधार में लेकर 10 लाख रकम जमा कर दी। सरस्वती नगर थाना पुलिस ने अनु सिथारा, नाहीद चौहान और अभिवन िद्ववेदी नाम के आरोपितों के खिलाफ अपराध दर्ज किया है।
प्रार्थी लिलेश कुमार साहू निवासी रामदरबार गेट के पास कोटा ने रिपोर्ट दर्ज करवाई। जिसके अनुसार 15 मार्च को टेलीग्राम एप में मैसेज के माध्यम से घर बैठे आनलाइन जाब देने का प्रलोभन दिया गया। इसके बाद समान्य जानकारी देकर एक लिंक के माध्यम से ज्वाइनिंग कराया गया।
बताया गया कि इसमें पहले 10,000 लगाना है और जो प्रोडक्ट है उसे खरीदकर 33 फिडबैक देना है। इसमें कमीशन प्लस बोनस दिया जाएगा। दूसरे दिन अनु सिथारा नाम की आइडी से मैसेज से संपर्क किया गया। इसमें ग्रुप के बाकी सदस्य को जोड़ा गया।
ग्रुप में सभी पैसे लगाकर इनकम कमा रहे है ऐसा मैसेज किया गया। जिस पर प्रार्थी लालच में आ गया और उनके बताए गए खाते में 12,268 रुपये भेजा। इसी तरह से 20 से ज्यादा बार में प्रार्थी ने 10 लाख रुपये दे दिए। वहीं वह और पैसे देने के लिए बैंक में लोन के लिए भी प्रयास कर रहा था। लेकिन नहीं मिला।
यू-ट्यूब में वीडियो देखने के बाद ठगी का एहसास :
14 जून को प्रार्थी ने अचानक यूटूयब एक वीडियो देखा। उसमें इसकी तरह से धोखाधड़ी के केस का विडियो था। जिसके उसे समझ में आया कि वह भी ठगी का शिकार हो गया। इसके बाद थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई।