सरकारी विभागों में करीब पौने पांच लाख पद रिक्त होने की जानकारी सामने आने के बाद नेता प्रतिपक्ष ने कटाक्ष करते हुए कहा कि पहले तो सरकार मानती ही नहीं थी कि विभागों में पद रिक्त हैं। हमने सरकार को सरकारी विभागों में नौकरी देने का तरीका बताया।
असल में राज्य सरकार ने लोकसभा चुनाव की आचार संहिता समाप्त होने के बाद विभागों से रिक्तियों की जानकारी मांगी थी। विभागों ने सरकार को जो ब्योरा दिया है, उसके अनुसार सरकारी विभागों में फिलहाल 4.72 लाख से अधिक पद रिक्त हैं।
उन्होंने कहा कि उम्मीद की जा रही है कि इन पदों पर जल्द ही नियुक्ति की प्रक्रिया प्रारंभ होगी। सरकार की इस पहल को लेकर नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि हमने अपने 17 महीने के अल्प कार्यकाल में पांच लाख से अधिक नौकरियां दी।
मुख्यमंत्री कहते थे 10 लाख नौकरियां देना असंभव है- तेजस्वी यादव
उन्होंने कहा कि तीन लाख नौकरियां प्रक्रियाधीन कराई। तीसरे चरण में एक लाख शिक्षकों की नियुक्ति परीक्षा पेपर लीक होने की वजह से रद्द हो गई। उन्होंने कहा कि पहले मुख्यमंत्री कहते थे 10 लाख नौकरियां देना असंभव है।
तेजस्वी ने कहा कि जब हमारे साथ सरकार में आकर बैठे जो हमने वैज्ञानिक तरीके से मुख्यमंत्री समेत अधिकारियों को समझाया कैसे दस लाख नौकरियां दी जा सकती हैं। इससे पूर्व तक तो ये मानने को तैयार नहीं थे कि बिहार में लाखों पद रिक्त हैं।
तेजस्वी ने कहा कि हमारी सकारात्मक राजनीति का परिणाम हमेशा सकारात्मक ही मिलेगा। जिन लाखों युवक युवतियों को नौकरियां मिलेंगी उन पर हमारी मुद्दे आधारित राजनीति का जीवन भर प्रभाव रहेगा।