प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को कैबिनेट मीटिंग के दौरान अयोध्या जाने को लेकर अपने कैबिनेट सहयोगियों को एक खास सुझाव दिया।

सरकारी सूत्रों के अनुसार पीएम मोदी ने कहा है कि राम मंदिर दर्शन के लिए इस वक्त भारी भीड़ उमड़ रही है। ऐसे में केंद्रीय मंत्रियों को इस वक्त अयोध्या जाने से बचना चाहिए।

पीएम मोदी ने कहा कि वीआईपी के आवागमन और प्रोटोकॉल के चलते आम लोगों को काफी परेशानी होगी। इसलिए कैबिनेट के सहयोगियों को अगर अयोध्या जाना है तो इसकी योजना मार्च में बनानी चाहिए।

23 जनवरी से ही है भारी भीड़
गौरतलब है कि 23 जनवरी की सुबह रामलला के दर्शन के लिए राम मंदिर को खोल दिया गया है। इसके बाद से ही वहां पर भारी भीड़ उमड़ी हुई है।

इसमें देश और दुनिया के श्रद्धालु पहुंचे हुए हैं। कल यानी राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के दूसरे दिन भीड़ का आलम यह था कि तिल रखने की जगह नहीं थी। यही नहीं, कई बार हालात भी बेकाबू हो गया।

आखिरकार सीएम योगी ने खुद मोर्चा संभाला और राज्य के शीर्ष पुलिस अधिकारियों को व्यवस्था चाक-चौबंद करने के निर्देश दिए। अभी भी राम मंदिर में बड़ी संख्या में श्रद्धालु जुटे हुए हैं और लगातार दर्शन-पूजन का सिलसिला जारी है।

सीएम भी व्यवस्था में जुटे
इस बीच अयोध्या में रामलला के दर्शनार्थियों की भारी भीड़ को देखते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी ऐक्शन में आ चुके हैं। सीएम योगी ने परिवहन विभाग, नगर विकास और पुलिस विभाग के बीच तालमेल तथा अंतरराज्यीय/अंतर्जनपदीय संवाद और समन्वय बनाये रखने के निर्देश देते हुए अयोध्या के लिए अतिरिक्त बसों का संचालन अभी स्थगित रखने की हिदायत दी है। राज्य सरकार के एक प्रवक्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री ने मंगलवार को अयोध्या में श्रीरामजन्मभूमि ट्रस्ट के पदाधिकारियों एवं स्थानीय प्रशासन के साथ परिस्थितियों का जायजा लेने के बाद बुधवार को अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। 

किए जाएं बेहतर इंतजाम
सीएम योगी ने बड़ी संख्या में उमड़े श्रद्धालुओं के लिए दर्शन एवं अन्य सुविधाओं की व्यवस्था की समीक्षा करते हुए हर श्रद्धालु के सहज, सुगम एवं संतोषपूर्ण दर्शन के लिए सभी आवश्यक प्रबंध करने के निर्देश दिए हैं। आदित्यनाथ ने कहा कि मुख्य सचिव, पुलिस महानिदेशक, मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव, परिवहन विभाग के प्रमुख सचिव और नगर विकास विभाग के प्रमुख सचिव बेहतर समन्वय से श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा के लिए जरूरी इंतजाम सुनिश्चित कराएं। उन्होंने यह भी कहा कि साथ ही अयोध्या की सीमा से सटे जिलों के साथ अयोध्या प्रशासन अंतरराज्यीय संवाद और सम्पर्क बनाये रखें। मुख्यमंत्री का कहना था कि किस दिशा से कितने श्रद्धालुओं का आगमन हो रहा है, इसका आकलन करते हुए उसके अनुसार जरूरी प्रबंध किए जाएं।