भारत के साथ बिगड़ते संबंध के बीच मालदीव ने एक बड़ा कदम लेने का फैसला किया है।
चीन के पिछलग्गू मोहम्मद मुइज्जू की सरकार ने फैसला लिया है कि वे जल्द ही अपने देश में भारत का रुपे कार्ड सिस्टम शुरू करेंगे।
इससे मालदीव की मुद्रा को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है। यह कदम ऐसे समय उठाया जा रहा है जब मालदीव और भारत बीच द्विपक्षीय संबंध थोड़ा असहज है।
भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (एनपीसीआई) का रुपे भारत में वैश्विक कार्ड भुगतान नेटवर्क में शामिल पहला कार्ड है। इसे भारत में एटीएम, समान की खरीद-बिक्री में भुगतान करने और ई-कॉमर्स वेबसाइट पर व्यापक स्वीकृति प्राप्त है।
आर्थिक विकास और व्यापार मंत्री मोहम्मद सईद ने भारत के रुपे सेवा शुरू किये जाने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि भारत और चीन द्विपक्षीय व्यापार में स्थानीय मुद्रा का उपयोग करने पर सहमत हुए हैं।
सईद ने बुधवार को सरकारी समाचार चैनल ‘पीएसएम न्यूज’ से कहा, ‘‘भारत की रुपे सेवा की शुरूआत से मालदीव की रुफिया (एमवीआर) को और बढ़ावा मिलने की उम्मीद है।’’
रुपे का इस्तेमाल करेगा मालदीव
उन्होंने यह भी कहा कि डॉलर के मुद्दे का निपटान करना और स्थानीय मुद्रा को मजबूत करना मौजूदा सरकार के लिए सर्वोच्च प्राथमिकता है। हालांकि उन्होंने रुपे सेवा शुरू किये जाने के लिए किसी तारीख की घोषणा नहीं की।
समाचार पोर्टल कॉरपोरेट मालदीव्स डॉटकॉम ने पिछले सप्ताह सईद के हवाले से कहा था कि कार्ड का उपयोग मालदीव में रुपये में लेनदेन के लिए किया जाएगा। मंत्री ने कहा, ‘‘हम वर्तमान में रुपये में भुगतान की सुविधा के रास्ते तलाशने के लिए भारत के साथ चर्चा कर रहे हैं।’’
सैनिकों के लौटते ही मुश्किल में आया मालदीव
बीते दिनों मालदीव के रक्षा मंत्री घासन मौमून ने स्वीकारा है कि भारतीय सैनिकों की वापसी से मालदीव को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।
रक्षा मंत्री घासन मौमून ने स्वीकार किया है कि उनकी सेना के पास भारत द्वारा दान में दिए गए तीन विमानों को उड़ाने के लिए सक्षम पायलट नहीं हैं।
मालदीव की दयनीय स्थिति को देख भारत का दिल पसीजा। भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत सैन्य विमान और हेलीकॉप्टर उड़ाने के लिए मालदीव के पायलटों को ट्रेनिंग देने के लिए तैयार है।
भारत करेगा मालदीव के पायलटों को ट्रेन
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल साप्ताहिक प्रेस कॉन्फ्रेंस में भारत द्वारा भारतीय सेना को दान किए गए हेलीकॉप्टरों और डोर्नियर विमानों के भविष्य पर एक सवाल का जवाब दे रहे थे।
एक पत्रकार के सवाल का जवाब देते हुए जयसवाल ने कहा कि श्रीलंका और भारत के बीच रक्षा समझौतों के सबसे महत्वपूर्ण हिस्सों में मलादीव की सेना की क्षमताओं को बढ़ाना शामिल है।
उन्होंने कहा कि यदि अनुरोध किया गया तो भारत सरकार पायलटों को प्रशिक्षित करेगी।
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