– ऋषभदेव सभागार बड़ौत में ब्रहमाकुमारी शिवानी दीदी को सुनने पहुॅची दिल्ली एनसीआर की जानी-मानी हस्तियां
– विश्वप्रसिद्ध आध्यात्मिक गुरू ब्रहमाकुमारी शिवानी दीदी को महामहिम राष्ट्रपति कर चुके है सम्मानित
बागपत, उत्तर प्रदेश। विवेक जैन। जनपद बागपत के बड़ौत शहर में प्रजापिता ब्रहमा कुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में विश्वप्रसिद्ध आध्यात्मिक गुरू और महामहिम राष्ट्रपति महोदय भारत सरकार द्वारा नारी शक्ति पुरस्कार से सम्मानित ब्रहमाकुमारी शिवानी दीदी ने जीवन को खुशनुमा बनाने की कला सिखायी। दीदी के ऋषभदेव सभागार पहुॅचने पर उनका भव्य स्वागत किया गया। दीदी को सुनने के लिए जनपद बागपत सहित दिल्ली एनसीआर से आयी धार्मिक, सामाजिक, राजनैतिक, प्रशासनिक, शैक्षिक आदि विभिन्न क्षेत्रों की जुड़ी हजारों सम्मानित हस्तियां उपस्थित थी। ब्रहमा कुमारी गीता दीदी बागपत ने मंच का संचालन करते हुए उपस्थित लोगों को प्रजापिता ब्रहमा कुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय व ओमशान्ति के बारे में विस्तार से बताया। ब्रहमाकुमारी शिवानी दीदी ने कहा कि हमारी जीवन शैली सकारात्मक होनी चाहिए, उसमें तनिक भी नकारात्मकता नही होनी चाहिए। कहा कि हमको ना तो किसी में कोई बुराई ढूढंनी है और ना ही किसी की कोई बुराई करनी है। कहा कि नकारात्मक सोच से मानसिक और शारीरिक ऊर्जा में कमी आती है। कहा कि हर पल अच्छे विचारों को ग्रहण करें। रात को सोने से पहले सभी नकारात्मक विचारों को त्याग कर सोये। सुबह उठने के बाद परम पिता परमेश्वर का ध्यान करे और जीवन को सकारात्मक बनाने का संकल्प ले। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश सरकार के पर्यावरण राज्य मंत्री केपी मलिक, उपजिलाधिकारी बड़ौत अमर चन्द वर्मा, नेशनल अवार्डी व उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा सम्मानित वरिष्ठ पत्रकार विपुल जैन, वंदना गुप्ता, ममता, विकास गुप्ता, रजनीश जैन, डाक्टर मनोज बिश्नोई, अनिल अरोड़ा, मेघा मित्तल, ब्रह्मा कुमारी पल्लवी दीदी बागपत, ब्रह्मा कुमारी सरिता दीदी बागपत, खण्ड़ विकास अधिकारी बड़ौत ज्योति चावला, नगर पालिका परिषद बड़ौत की अध्यक्षा बबीता तोमर, तीर्थंकर ऋषभदेव सभागार समिति बड़ौत के अध्यक्ष धनकुमार जैन, महामंत्री धनेन्द्र कुमार जैन, हरपाल वर्मा, आनन्द वर्मा, सुनील अरोड़ा, मोहिनी दीदी, डाक्टर मनीष तोमर, सुनील, दिगम्बर जैन कॉलिज बड़ौत के प्रधानाचार्य डाक्टर विरेन्द्र सिंह, ब्रहमा कुमारी प्रवेश, उमा, सीमा, संगीता, कला, ऊषा, ललीता, संतोष, अनेकों डाक्टर, स्कूल व कॉलिजों के प्रधानाचार्य, अध्यापकगण, विद्यार्थीगण, वकील, व्यापारी वर्ग के हजारों लोग उपस्थित थे।