मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) राजीव कुमार ने बुधवार को समय आने पर चुनावी बॉन्ड से संबंधित विवरण को साझा करने की घोषणा की और जोर देते हुए कहा कि आयोग पारदर्शिता में विश्वास रखता है।
जम्मू-कश्मीर के अपने दौरे की समाप्ति पर संवाददाओं को संबोधित करते हुए कुमार ने यह भी कहा कि निर्वाचन आयोग केंद्र शासित प्रदेश में विधानसभा के साथ-साथ लोकसभा चुनाव कराने के लिए पूरी तरह से तैयार है।
लोकसभा चुनाव कार्यक्रम की घोषणा से पहले राष्ट्रव्यापी दौरे की समाप्ति पर कुमार से पूछा गया कि क्या ECI सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद 12 अप्रैल, 2019 से खरीदे गए चुनावी बॉन्ड के विवरण का खुलासा करेगा? भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने 2018 में योजना की शुरुआत के बाद से 30 किस्तों में 16,518 करोड़ रुपये के चुनावी बॉन्ड जारी किए हैं।
कुमार ने कहा, ‘SBI को 12 मार्च तक विवरण सौंपना था। उन्होंने हमें समय पर विवरण दे दिया। मैं वापस जाऊंगा और विवरण को देखूंगा और निश्चित रूप से समय आने पर इसका खुलासा किया जाएगा।’
उन्होंने कहा कि आयोग पारदर्शिता के उच्च मानकों को सुनिश्चित करने के लिए केवल ‘खुलासे, खुलासे और खुलासे’ में विश्वास करता है।
उच्चतम न्यायालय ने SBI को 12 अप्रैल, 2019 से खरीदे गए चुनावी बॉन्ड का विवरण निर्वाचन आयोग को सौंपने का निर्देश दिया था। SBI, चुनावी बॉन्ड जारी करने के लिए अधिकृत वित्तीय संस्थान है।
SBI ने मंगलवार शाम को उन संस्थाओं का विवरण प्रस्तुत किया, जिन्होंने अब समाप्त हो चुके चुनावी बॉन्ड खरीदे थे और राजनीतिक दलों ने उन्हें भुनाया था।
शीर्ष अदालत के आदेश के मुताबिक, निर्वाचन आयोग को 15 मार्च शाम पांच बजे तक बैंक द्वारा साझा की गई जानकारी अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर प्रकाशित करनी होगी।
SBI ने आज (बुधवार) उच्चतम न्यायालय के समक्ष एक हलफनामा दायर किया, जिसमें बताया गया कि एक अप्रैल, 2019 से इस वर्ष 15 फरवरी के बीच दानदाताओं ने कुल 22,217 चुनावी बॉन्ड खरीदे, जिनमें से 22,030 को राजनीतिक दलों ने भुनाया।
हलफनामे में बताया गया कि प्रत्येक चुनावी बॉन्ड की खरीद की तारीख, खरीदार के नाम और खरीदे गए बॉन्ड के मूल्यवर्ग सहित विवरण प्रस्तुत किए गए हैं।
हलफनामे के मुताबिक, एक अप्रैल, 2019 से 11 अप्रैल, 2019 के बीच कुल 3,346 चुनावी बॉन्ड खरीदे गए और 1,609 भुनाए गए। हलफनामे में बताया गया कि 12 अप्रैल, 2019 (उच्चतम न्यायालय के अनुसार शुरुआती तारीख) से इस वर्ष 15 फरवरी तक कुल 18,871 चुनावी बॉन्ड खरीदे गए और 20,421 भुनाए गए।
कुमार, केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में आगामी लोकसभा चुनाव की तैयारियों की समीक्षा के लिए बुधवार को यहां पहुंचे। सीईसी ने कहा कि हम 2024 लोकसभा चुनाव के लिए बिल्कुल तैयार हैं।
उन्होंने कहा, ‘हम देश भर में स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करेंगे। हम जम्मू-कश्मीर सहित देश भर के मतदाताओं से ‘लोकतंत्र के त्योहार’ में उत्साहपूर्वक भाग लेने का अनुरोध करते हैं।’
उन्होंने कहा कि फर्जी खबरों की रोकथाम के लिए सभी जिलों में सोशल मीडिया प्रकोष्ठ स्थापित किए जाएंगे। उन्होंने कहा, ‘सभी उम्मीदवारों को पर्याप्त सुरक्षा प्रदान की जाएगी और केंद्रीय बलों की तैनाती की जाएगी।’
कुमार ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में ‘वॉलेट’ के माध्यम से ऑनलाइन नकद अंतरण पर कड़ी निगरानी रखी जाएगी। उन्होंने कहा कि 85 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों और दिव्यांगजनों को जम्मू-कश्मीर में घर पर मतदान की सुविधा प्रदान की जाएगी।