पाकिस्तान के आम चुनाव के नतीजे आए नौ दिन हो गए हैं मगर अभी भी सरकार बनाने को लेकर किसी तरह कोई स्थिति तय नहीं हो पाई है।
आम चुनाव के नतीजों में किसी भी पार्टी को बहुमत साबित नहीं हुआ है, इस वजह से वहां गठबंधन की सरकार बनाने की कवायद जारी है। गठबंधन सरकार के लिए सत्ता-बंटवारे के फॉर्मूले को लेकर नवाज शरीफ की पार्टी पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज और बिलावल भुट्टो जरदारी की पार्टी पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के बीच बातचीत बेनतीजा रही।
दोनों पक्षों ने हालांकि चर्चा में महत्वपूर्ण प्रगति का दावा किया। एक खबर में यह जानकारी दी गई है।
दोनों दलों की संपर्क एवं समन्वय समितियों (सीसीसी) के बीच शनिवार को हुई तीसरी बैठक बेनतीजा रही और दोनों ने सत्ता-बंटवारे के ‘फॉर्मूले’ को अंतिम रूप देने के लिए सोमवार को एक और बैठक करने का फैसला किया। बैठक के बाद पीएमएल-एन द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है कि मजबूत लोकतांत्रिक सरकार की आवश्यकता पर बल देते हुए दोनों पक्षों के साथ बातचीत में महत्वपूर्ण प्रगति हुई है।
एक संयुक्त बयान में कहा गया है, “दोनों पक्षों द्वारा रखे गए प्रस्तावों पर गहन चर्चा की गई, हालांकि पर्याप्त प्रगति हासिल हुई है, लेकिन मौजूदा मामलों को अंतिम रूप देने के लिए और विचार-विमर्श की आवश्यकता है।” नवाज शरीफ के नेतृत्व वाली पीएमएल-एन ने शहबाज शरीफ को प्रधानमंत्री पद के लिए नामित किया है।
पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी द्वारा समर्थित उम्मीदवारों ने नेशनल असेंबली की 265 में से 93 सीट पर जीत हासिल की। पीएमएल-एन ने 75 सीट जीतीं जबकि पीपीपी 54 सीट के साथ तीसरे स्थान पर रही। मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट पाकिस्तान (एमक्यूएम-पी) भी 17 सीट के साथ समर्थन देने के लिए तैयार हो गई है। सरकार बनाने के लिए 266 में से 133 सीट की जरूरत है।