नई दिल्ली। संसद परिसर में सांसदों के बीच धक्का मुक्की के बाद अब चंडीगढ़ नगर निगम में पार्षदों के बीच हाथापाई हो गई। दरअसल बाबा साहेब आंबेडकर पर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के बयान को लेकर यहां भी हंगामा हुआ। चंडीगढ़ नगर निगम की बैठक में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के पार्षदों ने अमित शाह के खिलाफ एक प्रस्ताव पारित किया और हुए उनके इस्तीफे की मांग कर दी। जबकि बीजेपी पार्षदों ने कांग्रेस पर नेहरू सरकार के समय से डॉ. आंबेडकर का अपमान करने का आरोप लगाया। इसी को लेकर चंडीगढ़ नगर निगम में गहमा गहमी का माहौल हो गया।

कांग्रेस पार्षदों ने बीजेपी के मनोनीत पार्षद अनिल मसीह को वोट चोर कह दिया। इस पर अनिल मसीह भड़क गए और उन्होंने नेशनल हेराल्ड केस का हवाला देते हुए कांग्रेस पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी जमानत पर हैं। कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के पार्षद एकजुट होकर अनिल मसीह के खिलाफ पोस्टर लेकर नारेबाजी करने लगे। अनिल मसीह भी वेल में पहुंच गए। इस बीच कांग्रेस, आम आदमी पार्टी और बीजेपी सदस्यों के बीच तीखी नोकझोंक हुई। देखते ही देखते मारपीट की नौबत आ गई। इस पूरी घटना का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।

बता दें कि चंडीगढ़ मेयर चुनाव में रिटर्निंग अधिकारी बनाए गए अनिल मसीह ने कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के पार्षदों के कई मतपत्रों को अमान्य घोषित किया था। इसका वीडियो वायरल होने के बाद मामला सुप्रीम कोर्ट में पहुंचा था। सुप्रीम कोर्ट की फटकार के बाद अनिल मसीह ने माफी मांग ली थी। इसके बाद शीर्ष अदालत ने आम आदमी पार्टी के कैंडिडेट को चंडीगढ़ का मेयर घोषित कर दिया था। इसी बात को लेकर कांग्रेस और आम आदमी पार्टी पार्षद नगर निगम में वोट चोर के नारे लगाते हुए पोस्टर लहरा भी रहे थे।