नई दिल्ली। संभल की शाही जामा मस्जिद मामले को लेकर चंदौली जिला अदालत में आज सुनवाई होनी थी। इस दौरान मस्जिद के सर्वे की रिपोर्ट अदालत में पेश की जानी थी। लेकिन कोर्ट कमिश्नर रमेश राघव ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि सर्वे रिपोर्ट आज पेश नहीं की जाएगी। उन्होंने बताया कि रिपोर्ट तैयार नहीं हो पाई है और इसके लिए 10 दिन का अतिरिक्त समय मांगा गया है। अब इस मामले की अगली सुनवाई 8 जनवरी को होगी, और उसी दिन सर्वे रिपोर्ट अदालत में पेश की जाएगी।

कोर्ट कमिश्नर रमेश राघव के अनुसार, मस्जिद के सर्वे के दौरान हुई हिंसा के कारण रिपोर्ट तैयार नहीं हो सकी। बताया जा रहा है कि रविवार को जब टीम मस्जिद का सर्वे करने पहुंची, तो हिंसा भड़क उठी थी। इस दौरान पथराव की घटनाएं भी हुईं, जिससे सर्वे कार्य बाधित हुआ। आज की सुनवाई को देखते हुए अदालत परिसर में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए। पुलिस बल की भारी तैनाती के साथ-साथ ड्रोन कैमरों से पूरे क्षेत्र की निगरानी की जा रही है। प्रशासन ने किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए सख्त कदम उठाए हैं।

सूत्रों के अनुसार, मस्जिद के सर्वे के दौरान कई हिंदू प्रतीक चिन्ह मिलने का दावा किया गया है। कहा जा रहा है कि मस्जिद के अंदर द्वारपाल शैली के दो खंभे, खंभों पर कमल के फूल और अन्य चित्रकारी के निशान मिले हैं। इसके अलावा, मस्जिद के आंगन में बरगद का पेड़ पाया गया है, जिसे हिंदू धर्म में आस्था का प्रतीक माना जाता है। सर्वे रिपोर्ट में यह भी दावा किया गया है कि मस्जिद परिसर में 50 आले (ताखें) मिली हैं, जिनमें मूर्तियां रखी जाती थीं।