नई दिल्ली। भारत और चीन के बीच की वास्तविक रेखा यानी लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (एलएसी) को लेकर बहुत बड़ी खबर है। चीन की सेना एलएसी से पीछे हट गई है। डेपसांग और डेमचोक से दोनों सेनाएं पीछे हटीं हैं। एलएसी पर डिसएंगेजमेंट की प्रक्रिया पूरी हो गई है। जानकारी के मुताबिक, अब लोकल कमांडर स्तर पर बातचीत शुरू होगी और एलएसी पर भारत और चीन की सेनाएं जल्द गश्त शुरू करेंगी।

स्थानीय सीडीआरएस स्तर पर बातचीत जारी रहेगी। जल्द ही गश्त शुरू होगी और कल मिठाइयों का आदान-प्रदान किया जाएगा। सत्यापन प्रगति पर है। वहीं पेट्रोलिंग के तौर-तरीके ग्राउंड कमांडरों के बीच तय किए जाएंगे। ग्राउंड कमांडरों का मतलब है, ब्रिगेडियर और उससे नीचे के अधिकारी। बता दें कि 2020 के बाद पहली बार भारत और चीनी सेना के बीच जगह तक नाचना थाना था, दिवाली के मौके पर मिठाइयों को एक्सचेंज किया जाएगा।

भारत और चीन के बीच सीमा विवाद को लेकर खास समझौता हुआ था। दोनों देशों के बीच कूटनीतिक संबंधों को बेहतर बनाने के लिए ये कदम उठाया गया था। एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार ये खबर सामने आई थी कि भारत और चीन सोमवार और मंगलवार (28-29 अक्टूबर) तक वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर सैन्य वापसी की प्रक्रिया पूरी कर लेंगे। हालांकि ये प्रक्रिया 30 अक्टूबर को शुरू हुई। बता दें कि चार साल बाद दोनों देशों के बीच सैन्य वापसी की प्रक्रिया शुरू हुई है।

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने हालही में कहा था कि लद्दाख सीमा पर दो टकराव बिंदुओं पर सैन्य वापसी पहला कदम है। तनाव कम करना अगला कदम है। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि दोनों देशों के बीच विश्वास और इच्छाशक्ति का निर्माण करने में समय लगेगा।