नई दिल्ली। महाराष्ट्र के आदिवासी समाज से आने वाले विधायक और विधानसभा उपाध्यक्ष नरहरी झिरवल ने मंत्रालय में अपनी ही सरकार के फैसले का विरोध करते हुए तीसरी मंजिल से छलांग लगाई। झिरवल के साथ कुछ अन्य आदिवासी विधायकों ने भी यह साहसिक कदम उठाया। हालांकि, वहां लगी सुरक्षा जाली की वजह से उनकी जान बच गई।

नरहरी झिरवल और अन्य विधायकों ने मंत्रालय की तीसरी मंजिल से छलांग लगाई, लेकिन सुरक्षा जाली की वजह से वे उसमें अटक गए और किसी को गंभीर चोट नहीं आई। पुलिस ने तुरंत उन्हें जाली से हटाया और स्थिति को नियंत्रित किया।

नरहरी झिरवल इस समय महाराष्ट्र की सत्ताधारी एकनाथ शिंदे सरकार के फैसले का विरोध कर रहे हैं, जिसमें धनगर समाज को एसटी कोटे में आरक्षण देने की बात कही गई है। झिरवल और अन्य आदिवासी विधायकों का मानना है कि धनगर समाज को एसटी आरक्षण मिलने से आदिवासी समाज के अधिकारों का हनन होगा।

आदिवासी विधायकों का यह विरोध प्रदर्शन धनगर समाज को एसटी आरक्षण दिए जाने के खिलाफ है। उनका तर्क है कि इससे आदिवासी समाज के आरक्षण में घुसपैठ हो रही है। साथ ही, वे पेसा कानून के तहत सरकारी नौकरियों में आदिवासी समुदाय के लिए विशेष आरक्षण की मांग कर रहे हैं।

इस घटना के बाद से राज्य की राजनीति में हलचल मच गई है और सरकार के भीतर भी दरारें दिखाई देने लगी हैं, क्योंकि झिरवल अपनी ही सरकार के फैसले के खिलाफ खड़े हैं।