इजरायली एजेंटों ने वेस्ट बैंक के एक हॉस्पिटल में छापा मारकर तीन फिलिस्तीनी आतंकियों को मौत के घाट उतार दिया।
इजरायली एजेंटों ने यह ऑपरेशन मेडिकल स्टाफ का भेष बदलकर मंगलवार को अंजाम दिया।
इजरायली सेना ने इसको लेकर बयान जारी किया है। इसमें बताया गया है कि यह स्वास्थ्य केंद्र जेनिन सिटी में स्थित है और इसे हमास टेररिस्ट सेल बनाया गया था।
वहीं, फिलिस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय ने इसको लेकर चिंता जताई है। साथ ही उसने स्वास्थ्य केंद्रों को अंतर्राष्ट्रीय कानून के तहत सुरक्षा दिए जाने की मांग भी उठाई है।
स्वास्थ्य मंत्री ने यूनाइटेड नेशंस जनरल असेंबली, अंतर्राष्ट्रीय संस्थाओं और ह्यूमन राइट्स ऑर्गनाइजेशन से इजरायल के गुनाहों का अंत करने की अपील की है।
फिलिस्तीनी विदेश मंत्रालय ने अस्पताल में अंजाम दी गई इस घटना को बेहद बर्बर बताया है। साथ ही इसे इंसानियत के खिलाफ अपराध बताया है।
फिलिस्तीनी मंत्रालय द्वारा ट्वीट किए गए सीसीटीवी फुटेज में हथियारबंद पुरुषों और महिलाओं को दिखाया गया है। यह लोग मेडिकल टीम और आम नागरिकों की ड्रेस में हैं।
वीडियो में इजरायली एजेंटों को एक बेबी कैरियर और व्हीलचेयर को प्रॉप्स के रूप में इस्तेमाल करते हुए दिखाया गया है।
अस्पताल डायरेक्टर नाजी नजल ने बताया कि इजरायली बलों के एक समूह ने यहां पर प्रवेश किया और कुछ लोगों की हत्या कर दी। उन्होंने साइलेंसर लगे हथियारों का इस्तेमाल किया।
इस्लामिक जिहाद आतंकवादी समूह ने गजवी बंधुओं के बारे में दावा किया है कि यह उनके लड़ाके हैं। वहीं, जलाम्ना आर्म्ड विंग में कमांडर था।
इजरायली सेना ने आरोप लगाया कि तीनों आतंकवादी थे जो अस्पताल में छिपे हुए थे। सेना ने कहा कि जलामनाह कई खास आतंकी गतिविधियों में शामिल था।
वह गोलीबारी में उपयोग के लिए हथियार और गोला-बारूद वितरित करने के लिए जाना जाता था। बयान में यह भी बताया गया है कि वह भविष्य में हमला करने वाला था और अस्पताल को छिपने की जगह के रूप में इस्तेमाल कर रहा था।